प्रवासी मजदूरों का सहारा बना जिला प्रशासन किन्नौर

जिला प्रशासन किन्नौर कोविड-19  महामारी से निपटने के लिए प्रदेश में कफ्र्यू के दौरान मजदूरों विशेषकर प्रवासी मजदूरों को राहत प्रदान करने के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है। जरूरतमंद प्रवासी मजदूरों की पहचान कर उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान की जा रही है।

 

जिन मजदूरों व कामगारों के पास रहने के लिए कोई स्थान नहीं है,  जिला प्रशासन द्वारा रहने व भोजन की सुविधा प्रदान की जा रही है। जिला के कल्पा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तथा रल्ली में प्रवासी मजदूरों के लिए राहत शिविर स्थापित किये गये हैं, जहां उन्हें खाद्य सामग्री के साथ अन्य मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं। जिला के कल्पा स्थित राहत शिविर में शुरुआत में 15 प्रवासी मजदूरों को रखा गया था और वर्तमान में सात नेपाली मजदूर इस राहत शिविर में ठहरे हुए हंै। रल्ली स्थित राहत शिविर में भी आठ प्रवासी मजदूर रह रहे हं।

 

कल्पा स्थित राहत शिविर में ठहरे नेपाली मूल के मजदूर दिल बहादुर व राजन ने बताया कि जो ठेकेदार उन्हें यहां लाया था, वह लाॅकडाउन होने के कारण किन्नौर नहीं आ पा रहा है। उनके पास यहां ठहरने के लिए न कोई स्थान था तथा पैसे भी खत्म हो गये थे। ऐसी आपात स्थिति में उन्होंने जिला प्रशासन से सम्पर्क किया तथा जिला प्रशासन तुरन्त सहायता के लिए आगे आया ओर उन्हंे कल्पा स्थित पाठशाला में ठहराया गया। उन्होंने जिला प्रशासन का इस संकट की घड़ी में सहायता के लिए आभार व्यक्त किया है।

इसी प्रकार, स्टोव तथा प्रेशर कुकर की मरम्मत करके आजीविका कमा रहे दिल्ली के अमर चन्द और उत्तर प्रदेश के मुन्ना ने बताया कि अचानक लाॅकडाउन के कारण सारा काम रूक गया तथा वे संकट में आ गए। मुन्ना व अमर चन्द ने बताया कि जिला प्रशासन ने तत्काल उनके खाने की व्यवस्था की और निःशुल्क खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई। उन्होंने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।

जिला दण्डाधिकारी किन्नौर गोपाल चन्द ने कहा कि जिले में रोजी रोटी कमाने आये प्रवासी मजदूरों को हर सम्भव सहायता प्रदान की जा रही है तथा ऐसे मजदूरों को चिन्हित किया गया है, जिनके पास ठहरने व भोजन की सुविधा नहीं है।

इस समय जिले में स्थापित राहत शिविरों में 15 व्यक्तियों को रखा गया है, जहां उन्हे भोजन सहित सभी सुविधांए प्रदान की जा रही है। इसके अलावा जिले में 931 प्रवासी मजदूरो को खाद्य सामग्री प्रदान की जा रही हैं, जिनमें पूह में 94, कल्पा में 179, सांगला में 28 तथा भावानगर मेें 630 मजदूर शामिल है।

जिला प्रशासन द्वारा अभी तक इन प्रवासी जरूरतमंद मजदूरों को 2233.9 किलोग्राम चावल, 2205.6 किलोग्राम आटा, 561.45 किलोग्राम दालें, दो रसोई गैस सिलेण्डर, 446 पैकेट हल्दी पाउडर, 270 पैकेट नमक 40 किलोग्राम मसाले, 198 नहाने का साबुन, 142 किलोग्राम, आलू, 48 किलोग्राम प्याज, 316 लीटर रिफाईंड तेल, 20 लीटर मिट्टी तेल, 198 कपडे़ धोने के साबुन तथा 7 किलोग्राम चीनी निःशुल्क वितरित की गई है।

जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में फंसे लोगों की सहायता के लिए नियन्त्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसके दूरभाष नम्बर-01786-223151, 223152, 223153, 223154, 223155 हैं। नियन्त्रण कक्ष चैबीस घंटे कार्य कर रहा है। इसके अलावा व्हाट्सऐप नम्बर 8580819827 भी जारी किया गया है, जिस पर संपर्क किया जा सकता है।

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